Description
‘हंस’ द्वारा ‘राजेन्द्र यादव हंस कथा सम्मान’ से पुरस्कृत कहानियों (2020-2024) के इस भाग-2 पुस्तक में नौ कहानियां संकलित हैं, कॉर्पोरेट जगत से लेकर झुग्गी-झोपड़ियों तक अलग-अलग पृष्ठभूमि पर रची गई इन कहानियों में समानता और न्याय की चिंगारी है।मानवीय संवेदनाओं के झोके हैं।शहर, कस्बे, गांव और उससे भी बाहर का हाशिए पर पड़ा संसार है। यौनिक विकृतियों, लैंगिक पूर्वाग्रहों और धार्मिक छल पर प्रहार है।
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