शैलेश गुप्ता, ‘हंस’ से दिसम्बर 2023 से जुड़े हैं और हमारे मार्केटिंग एवं सोशल मीडिया डिपार्टमेंट को संचालित करते हैं। जिसके अंतर्गत वह हमारी वेबसाइट, सोशल मीडिया एकाउंट्स यानी कि फ़ेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, यूट्यूब प्लेटफॉर्म्स को हैंडल करते हैं। ‘हंस’ पत्रिका के साथ-साथ वह अक्षर प्रकाशन से प्रकाशित सभी पुस्तकों की मार्केटिंग का भी दायित्व सँभालते हैं। संस्थान के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स की सक्रियता के साथ-साथ ‘हंस’ परिवार में अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने की ज़िम्मेदारी भी इनके ऊपर है।
आप इनसे निम्नलिखित ईमेल और नम्बर पर सम्पर्क कर सकते हैं :
ईमेल : hanshindi749@gmail.com
मोबाइल न. – 9560685114
शोभा अक्षर, ‘हंस’ से दिसम्बर, 2022 से जुड़ी हैं। पत्रिका के सम्पादन सहयोग के साथ-साथ आप पर संस्थान के सोशल मीडिया कंटेंट का भी दायित्व है। सम्पादकीय विभाग से जुड़ी गतिविधियों का कार्य आप देखती हैं।
आप इनसे निम्नलिखित ईमेल एवं नम्बर पर सम्पर्क कर सकते हैं :
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फ़ोन न : 011-41050047
प्रेमचंद की तरह राजेन्द्र यादव की भी इच्छा थी कि उनके बाद हंस का प्रकाशन बंद न हो, चलता रहे। संजय सहाय ने इस सिलसिले को निरंतरता दी है और वर्तमान में हंस उनके संपादन में पूर्ववत निकल रही है।
संजय सहाय लेखन की दुनिया में एक स्थापित एवं प्रतिष्ठित नाम है। साथ ही वे नाट्य निर्देशक और नाटककार भी हैं. उन्होंने रेनेसांस नाम से गया (बिहार) में सांस्कृतिक केंद्र की स्थापना की जिसमें लगातार उच्च स्तर के नाटक , फिल्म और अन्य कला विधियों के कार्यक्रम किए जाते हैं.